हिरणाकश्यप के घर प्रहलाद का जन्म लेना इसी को कहा गया है, बीजेपी महापौर के बेटे ने साबित कर दिया!! इस लड़के को सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे। दरअसल एक प्रतियोगिता के दौरान इंदौर महापौर के बेटे ने बीजेपी के बड़े बड़े नेताओं के सामने ही केंद्र सरकार की पोल खोल कर रख दी। वीडियो 👇👇👇
@Deepeshpatel87 मध्य प्रदेश का ये वीडियो गज़ब है... मंच पर मुख्यमंत्री समेत BJP के तमाम नेता हैं. उसी मंच पर इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव का पुत्र BJP सरकार की पोल खोल रहा है.
@Deepeshpatel87 पूरा वीडियो यहां देखिए 😱
@Deepeshpatel87 ऐसे पढ़े लिखे युवाओं की ही राजनीति में जरूरत है पूरे देश की राजनीति में अनपढ़ नेता भरे पड़े हैं
@Deepeshpatel87 सच बोलने की ताक़त रिश्तों और पद से बड़ी होती है—इंदौर में साफ दिखा।
@Deepeshpatel87 Bjp wala he to sach bolke bhi ghar me rahega baki log jinko tum support karte ho jaise sanajvadi /RJD ke jaise Ghar ya party se nikal hi denge
@Deepeshpatel87 मध्यप्रदेश से बड़ा वीडियो सामने आया है मंच पर मुख्यमंत्री समेत तमाम BJP नेता बैठे थे उसी मंच से इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव का बेटा खुलकर BJP सरकार की पोल खोल रहा था जब घर के लोग ही सरकार की सच्चाई बता रहे हैं तो जनता और कितना धोखा खाएगी??
@Deepeshpatel87 भाजपा नेता के बेटे ने भाजपा की ही पूरी पोल खोल दी और सब देखते रह गए।
@Deepeshpatel87 भाजपा पर भारी पड़ गया भार्गव
@Deepeshpatel87 सच बोलने की हिम्मत विरासत से नहीं, आत्मा से आती है—महापौर का बेटा यही दिखा गया 🔥👏
@Deepeshpatel87 बीजेपी महापौर के पुत्र ने इतना सच बोल दिया जिसको पचाना मंच में बैठे नेताओं के लिए संभव नहीं है!
@Deepeshpatel87 पूरा वीडियो आप यहां देख सकते हैं कैसे भिगो भिगो के मारा जा रहा है और सरकार मंच पर बैठ के तमाशबीन बनी हुई है
@Deepeshpatel87 पुष्यमित्र भार्गव के बेटे संघमित्र भार्गव को सुनिए कैसे बीजेपी के cm और मंत्री के बीच अपनी बात दिलेरी से रख रहा है यहां उनके पिता भी बैठे हुए है
@Deepeshpatel87 इस भाई के जज़्बे को सलाम करना चाहिए 👇
उन्होंने कहा, ''ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट का आलम यह है कि हर साल 50 लाख से ज्यादा लोग टिकट लेकर भी यात्रा नहीं कर पाते. वादा था कि 2022 तक अहमदाबाद से मुंबई तक बुलेट ट्रेन दौड़ेगी, लेकिन 2025 आ गया और बुलेट ट्रेन सरकार के पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन से बाहर नहीं आ पा रही है. जमीन अधिग्रहण में करोड़ों रुपए खर्च हुए, घोटाले हुए, लेकिन बुलेट ट्रेन हकीकत में नहीं आई। सरकार दावा करती है कि कवच तकनीक से रेल हादसे रुकेंगे, लेकिन पिछले 10 साल में 20 हजार लोग रेल हादसों में मारे गए. जब रेल पटरी से उतरती है, तो सिर्फ डिब्बे नहीं टूटते, एक मां की गोद सूनी होती है, बच्चे का भविष्य अंधेरे में डूबता है और बूढ़े पिता की आखिरी उम्मीद छिन जाती है.