दो मिनट का समय हो तो एक बार अवश्य पढ़ें आपकी बीमारियों का कारण यही तो नही... आखिर 20 -35 साल के युवाओं को गंभीर बीमारी क्यों हो रही है !! 1. दस रू किलो टमाटर लेकर ताजा चटनी खा सकते हैं, मगर हम डेढ़ सौ रू किलो टमाटो साँस खाते हैं वो भी एक दो माह पहले बनी हुई बासी, कई प्रकार के केमिकल डला हुआ । 2. पहले हम एक दिन पुराना घड़े का पानी नहीं पीते थे, घर में रोज सुबह घड़े का पानी बदलते थे, अब तीन माह पुराना बोतल का पानी बीस रू लीटर खरीद कर पी रहे हैं, केमिकल डला हुआ । 3. पचास रू लीटर का दूध हमे महंगा लगता हैं और सत्तर रू लीटर का दो महीने पहले बना हुआ कोल्ड ड्रिंक हम पी लेते हैं।इसमें पूरा का पूरा केमिकल डला हुआ । 4. दो सौ रू पाव मिलने वाला शरीर को ताकत देने वाला ड्राई फ्रुट हमें महंगा लगता है मगर 200 रू. का मैदे से बना पीज्जा शान से खा रहे हैं, इसमे बहुत सारे केमिकल डला हुआ । 5. अपनी रसोई का सुबह का खाना हम शाम को खाना पसंद नहीं करते जब कि कंपनियों के छह छह माह पुराने सामान हम खा रहे हैं जबकि हम जानते है कि खाने को सुरक्षित रखने के लिए उसमें प्रिजर्वेटिव मिलाया जाता है। 6. विगत कई माह के लाँकडाऊन में सबको संभवतः समझ आ गया होगा कि बाहर के खाने के बिना भी हमारा जीवन चल सकता हैं बल्कि बेहतर चल सकता है। सोचने योग्य एवं गंभीर विचारणीय विषय है, क्या कारण है कि 20-35 साल के युवा को हार्ट अटैक आ रहा है। हार्ट फेल हो रहा है ,किडनी खराब हो रही है, लिवर फेल हो रहे है । कही यही सब तो कारण नहीं बन रहे है ।
@JitendraEci सर कोलस्ट्रोल को कम करने के उपाय बता दीजिए।
युवाओं में बीमारियों के कारण विभिन्न हो सकते हैं। आहार: अन्य उम्र के व्यक्तियों की तरह, युवाओं का भोजन, विशेष रूप से प्रोसेस्ड और तत्सम खाद्य पदार्थों, मिठाई, और जंक फ़ूड के सेवन में अंतर हो सकता है। अनुदारपण और आहार के कारण युवाओं में मोटापा, डायबिटीज, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, आदि की संभावना बढ़ सकती है। व्यायाम की कमी: युवाओं में अधिक स्क्रीन टाइम, व्यायाम की कमी, और सेडेंट्री जीवनशैली के कारण शारीरिक अक्षमता और फिटनेस स्तर में कमी हो सकती है, जो विभिन्न बीमारियों की संभावना को बढ़ा सकता है। मानसिक स्वास्थ्य: युवाओं में मानसिक स्वास्थ्य मुद्दे भी अधिक हो सकते हैं, जैसे कि डिप्रेशन, अधिक तनाव, और चिंता। ये मानसिक स्वास्थ्य समस्याएँ उच्च दर्जा के तनाव, खुशी की कमी, और सामाजिक प्रतिबंध के कारण हो सकती हैं। उच्च रिस्क व्यवहारिक आदतें: युवा वयस्कों में धूम्रपान, नशीली पदार्थों का सेवन, और सेक्स के अनुचित उपयोग की संभावना अधिक होती है, जो विभिन्न स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को लेकर खतरा बढ़ा सकते हैं। आजीविका की चुनौतियां: युवाओं को आजीविका की चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, जैसे कि नौकरी की तलाश, आर्थिक संकट, और सामाजिक दबाव। इसके परिणामस्वरूप मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर दबाव पड़ सकता है। इन सभी कारकों के अलावा, युवाओं में विभिन्न जीवाणुओं के संक्रमण, खाद्य संबंधी एलर्जी, और अन्य ऊतकों की संभावना भी होती है जो बीमारियों का कारण बन सकती हैं।
@JitendraEci बहुत ही सटीक जानकारी दी है