सुनो राधे..!
आपके ख्यालों की नदी के किनारे पर..
ऐसे रुका हुआ हूँ मैं..
जैसे तन्हा कोइ कश्ती..
मैं अब कोइ सफर नहीं करता..
आपके प्रतीक्षा की रस्सीयों से बंधा हुआ..
कभी तो आओ आप..
तोड़ के सारी रस्सीयां..
ले चलो मूझे किसी नए सफर पर.. 😑
खैर.. 🤦
जय श्री राधे ♥️
आ कि तुझ बिन इस तरह ऐ दोस्त घबराता हूँ मैं
जैसे हर शय में किसी शय की कमी पाता हूँ मैं
~ जिगर मुरादाबादी❣️
ऐ दोस्त हम ने तर्क-ए-मोहब्बत के बावजूद
महसूस की है तेरी ज़रूरत कभी कभी
वो कोई दोस्त था अच्छे दिनों का
जो पिछली रात से याद आ रहा है
~ नासिर काज़मी❣️
आ कि तुझ बिन इस तरह ऐ दोस्त घबराता हूँ मैं
जैसे हर शय में किसी शय की कमी पाता हूँ मैं
~ जिगर मुरादाबादी❣️
ऐ दोस्त हम ने तर्क-ए-मोहब्बत के बावजूद
महसूस की है तेरी ज़रूरत कभी कभी
वो कोई दोस्त था अच्छे दिनों का
जो पिछली रात से याद आ रहा है
~ नासिर काज़मी❣️
आप कहाँ हो फुलवा.. 😑
क्या आपको ज्ञात नहीं कि
हमने जब चिड़िया बन
उड़ जाना चाहा..
माँ पेड़ बन गई..
वह जानती थी..
हमें शाम ढले लौटना भी होगा.. 😑
तो लौट क्यों नहीं आती.. 🤦
खैर.. 🤦
@PHOOLWAA
कुछ दुःख ना विसर्जन चाहते हैं ना विलाप..
जैसे कोइ थका हुआ बुढ़ा बरगद छाया बनकर टिक जाए , ना पते हिलाये , ना आकाश मांगे..
वे इतने अपने लगते हैं कि उन्हें खो देना किसी प्रेम को भूल जाने जैसा लगता है.. उनका कोइ आकार नहीं होता , फिर भी वे इतने ठोस होते हैं.. जैसे स्मृति में किसी…
कुछ रोज़ पहले
देखा एक ख्वाब
तुम हँस रहे थे खिलखिला कर
आसमाँ में तारे चमक रहे थे
चाँद कर रहा था अटखेलियाँ
समंदर की लहरों मे
संगीत बज रहा था
हाथों में तुम्हारे
शायद मेरा हाथ था
मैं रहना चाहती थी वहीं
कुछ देर और
नींद टूटी मेरी
हाथ छूट गया था
समंदर अब आँखों से बह रहा था
#Kavita250
•••
साधुता को लांछनों से बींध डाला ,
असाधु का अत्युक्ति चरण वंदन किया।
असत्य को विधिवत अलंकृत कर परोसा ,
सत्य का खण्डों में खण्डन किया ।
___ वारिद्री 🕊️
कुछ लोग चले जाते है बिन बताए बिन कुछ कहे, शायद जाते वक्त उनके पास कुछ कहने के लिए नही होता होगा..या फिर अलविदा कहने की हिम्मत नही होती..ना जाने कितने ऐसे इंसान है जो आज भी किसी अपने के लौटने का इंतजार कर रहे है ये जानते हुए भी उनका वापिस लौटना मुश्किल है...
आँखें रचती
सुरों की आकाशगंगाएं,
लब लगते
राग मल्हार की दुआएँ।
आँसू छलकते
बनके तबले के बोल,
यादें बुनती थी
तानपुरे की खोई धुन।
कदम बढ़े थे
किसी अनहद नाद की ओर,
अब मैं खुद में बिखरी
जिसका कोई ओर न छोड़।
मध्य रात्रि में
सुनना अधूरा आलाप,
मधुर संगीत का जैसे
बजता कोई राग।
#kavita250
35 Followers 594 Following✺ जय श्री कृष्णा ✺
⚜️वो सब देख रहा है,प्रार्थना, संघर्ष, तकलीफ़े, संयम और कर्म !⚜️✡️Motivational Quotes for Asprirants!!✡️ ❗HAPPINESS❗💢BPSC💢
745 Followers 3K Followingजिन्दगी के इस रण में खुद ही कृष्ण और खुद ही अर्जुन बनना पड़ता है।
हर रोज अपना ही सारथी बनकर जीवन के महाभारत को लड़ना पड़ता है...।
3K Followers 3K Followingयतो धर्मस्ततो जयः| किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार,किसी का दर्द मिल सके तो ले उधार, 15 रक्तदान|🩸B+| कवि/लेखक कुछ नही। अनपढ़ किसान🌾
284 Followers 205 FollowingData Whisperer | Verse Maker | Sherlockian at Heart 🔎 | Apolitical & Unapologetic | Not Your Everyday Boy—More Plot Twists Than a Netflix Series
3K Followers 3K Followingयतो धर्मस्ततो जयः| किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार,किसी का दर्द मिल सके तो ले उधार, 15 रक्तदान|🩸B+| कवि/लेखक कुछ नही। अनपढ़ किसान🌾
5K Followers 7K Followingⓘ Content Creator ||•Making content because therapy is expensive ||•Just another soul screaming into the algorithm ||•Lower your standards and hit follow✨💝
5K Followers 4K Followingनफ़रत के बाज़ार में जीने का अलग ही मज़ा है
लोग रुलाना नहीं छोड़ते और हम हँसना.......✍️
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जय भोले की,
जय हिन्द 🚩🚩