राजदीप ने तर्क दिया कि तीस वर्ष के शासन में अकबर द्वारा चित्तौड़गढ़ में किया एक नरसंहार उसे क्रूर नहीं बनाता। हालाँकि, अकबर ने दर्जनों और नरसंहार किए, उसकी गौरवगाथा लिखवाई, पर फिर भी यदि हम मान लें कि एक ही किया और उसमें अकारण एक ही व्यक्ति की हत्या हुई, तो क्या @sardesairajdeep उसे क्रूर नहीं मानेगा? मैं आ कर एक हत्या कर दूँ? केवल एक? या शासकों को क्रूर कहलाने हेतु कोई मानदंड है कि इतनी हत्याएँ करने पर ही क्रूर माना जाना चाहिए। मुझे समझ में नहीं आता कि ये लोग इतने नीच कैसे हो सकते हैं कि मरे हुए नृशंस हत्यारों को केवल इसलिए डिफेंड कर रहे हैं क्योंकि वो मुसलमान थे और आज इनकी वैचारिक हिन्दू घृणा के हिसाब से वो फिट बैठ रहा है!
@ajeetbharti बहादुर सिख जनरल बंदा सिंह के 4साल के बेटे का सिर काट दिया ,उसके पिता के मुँह मे दिल ठूँस दिया गया क्योकि इस्लाम कबूलने से मना कर दिया था गुरु तेग बहादुर को फाँसी दी क्योकि उन्होने इस्लाम कबूलने से मना किया कांग्रेस ने हमे यह इतिहास क्यो नही पढाया सिर्फ मुगलो का ही बखान करते रहे