आज वह दिन है जब 1987 में मैं सबसे खुश और अलग था लगता था आज दुनिया की सारी चीजें मिल जाएंगी। पर मुझे ये नही न मालूम था कि आज के बाद सुख चैन दूसरे के हाथ में चला जायेगा। और में ............. आशीर्वाद की आकांक्षा के साथ।
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