मुझे पुलिस थाने में हाथ-पैर बांधकर रखा गया. कुछ देर बाद एक पुलिस वाला आया और मेरी ब्रा उतार दी. वो मेरे ब्रेस्ट पर किक मार रहा था. मैं मदद के लिए चिल्ला रही थी... बहुत चिल्ला रही थी. फिर एक पुलिस का अधिकारी आया, उसने मेरी पैंट उतारी, अपनी भी पैंट उतारी और अपना पीनस निकालकर बोला कि कितने बार तुम लेना चाहोगी कि चुप रहोगी. : आर्मी ऑफिसर की मंगेतर ने ये बात कही है. ओडिशा में ये घटना हुई है. ओडिशा में नरेंद्र मोदी की पार्टी की सरकार है.
@ranvijaylive एक सेना अधिकारी की मंगेतर और सेवानिवृत्त सेना अधिकारी की बेटी के साथ ओडिशा के पुलिस थाने में क्या हुआ? ये हर किसी को सुनना चाहिए 👇🏼
यदि ऐसे गंभीर आरोप लगते हैं और जिनमें राजनीतिक पार्टी का नाम शामिल है, तो मीडिया और अन्य संस्थाओं का जिम्मेदार होना बहुत जरूरी है। पीड़ित को दोषी ठहराना और उसे न्याय से वंचित रखना सामाजिक न्याय के सिद्धांतों के खिलाफ है। यह जरूरी है कि मामले की निष्पक्ष जांच हो और पीड़ित की आवाज़ सुनी जाए। सभी को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसी घटनाओं के खिलाफ ठोस कदम उठाए जाएं और किसी भी प्रकार के राजनीतिक दबाव के बिना न्याय की प्रक्रिया पूरी की जाए।